काश, वह अपनी मां मानवता की ओर समय से ही लौट जाता। किंतु अब देर हो चुकी थी......बहुत देर। काश, वह अपनी मां मानवता की ओर समय से ही लौट जाता। किंतु अब देर हो चुकी थी......ब...
हम जैसे बड़े होते है, वैसे वैसे हमारा शारीरिक रूप, मानसिक रूप से विकास होता है हम जैसे बड़े होते है, वैसे वैसे हमारा शारीरिक रूप, मानसिक रूप से विकास होता है
पता नहीं मनुष्य क्या चाहता है हो सकता है इसीलिए प्रकृति ने अपना बदला लिया हो पता नहीं मनुष्य क्या चाहता है हो सकता है इसीलिए प्रकृति ने अपना बदला लिया हो
मनुष्य का दूसरे जीवों के प्रति दया प्रेम और करुणा की भावना रखना मनुष्य का दूसरे जीवों के प्रति दया प्रेम और करुणा की भावना रखना
मानव को बचाओ, मानव को बचाओ, प्रकृति की ओर लौटो, अब यह चिल्ला रहे थे। मानव को बचाओ, मानव को बचाओ, प्रकृति की ओर लौटो, अब यह चिल्ला रहे थे।
“महादेव आप ध्यान में हो !”जाग जाइये प्रभु...चारों और हाहाकार मचा है!कुछ कीजिए. “महादेव आप ध्यान में हो !”जाग जाइये प्रभु...चारों और हाहाकार मचा है!कुछ कीजिए.